दिल्ली
हिजाब पहनी दो लड़कियों सहित भारतीय मूल के तीन मुस्लिम भाई बहनों ने दावा किया कि एक यात्री के उन पर आईएसआईएस का समर्थक होने का आरोप लगाने के बाद उन्हें यहां एक हवाई अड्डे पर एक विमान से उतारकर ब्रिटिश पुलिसकर्मियों द्वारा उनसे पूछताछ की गई।
मीडिया में आई खबरों में कहा गया कि सकीना धारस, मरयम धारस और अली धारस पिछले सप्ताह स्टैंसटड से इतालवी शहर नेपल्स जाने के लिए ईजीजेट के विमान में सवार हुए थे। चालक दल का एक सदस्य उनके पास आया और बिना कोई स्पष्टीकरण दिये विमान से उतरने को कहा।
सकीना ने ‘द इंडिपेंडेंट’ और फेसबुक पोस्ट पर कहा कि इन तीनों को विमान से उतारकर अधिकारियों द्वारा एक घंटे तक पूछताछ की गई। अधिकारियों ने उनसे सबसे पहले पूछा, ‘‘क्या आप अंग्रेजी बोलते हैं?’’ एक अधिकारी ने उनसे पूछा, ‘‘हमें आपसे बात करनी है। आपके विमान के एक यात्री ने दावा किया है कि आप तीनों आईएसआईएस के सदस्य हैं।’’ सकीना ने अधिकारी के हवाले से कहा कि उन्होंने आपके फोन पर अरबी में अल्हमदुल्लिलाह लिखा हुआ देखा।
इन लोगों ने जवाब में कहा, ‘‘अव्वल तो यह कुरान यानी हमारी धार्मिक पुस्तक का हिस्सा है, इसलिए अगर हमने ऐसा किया भी तो इससे यह साबित नहीं होता कि हम किसी भी तरह से आईएसआईएस का हिस्सा हैं।’’ सकीना ने कहा कि हमने आज सुबह अपने फोन पर ऐसा कुछ नहीं किया, जिसका अरबी से दूर दूर तक कोई लेना देना हो। और हम मूल रूप से भारतीय हैं इसलिए अरबी जबान में बात तक नहीं कर पाते हैं। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उनसे लंबी पूछताछ की और उनके बारे में कोई संदेह न होने पर उन्हें विमान से यात्रा करने की इजाजत दी गई।
सकीना के अनुसार उसने एमआई 5 के एक एजेंट को हाल के व्हाट्सअप मैसेजे भी दिखाए। तीनों ने अपने व्यक्तिगत जीवन के बारे में बताया। उनसे उनके घर के पते, कार्यस्थल, सोशल मीडिया हिस्ट्री, और माता-पिता के पेशों के बारे में भी पूछा गया।
सकीना ने लिखा, ‘‘एमआई 5 और पुलिस अधिकारियों ने असुविधा के लिए माफी मांगी और हमें आश्वासन दिया कि ऐसे समय में जब हम सभी जोखिम में खड़े हैं, उन्हें ऐसे किसी भी खतरों पर कार्रवाई करनी होती है। हमें बताया गया है कि हमपर आरोप लगाने वाले बहुत डरे हुए थे। ’’ उड़ान प्रवक्ता ने कहा कि एक यात्री द्वारा चिंता जताने के बाद तीनों को विमान से उतारा गया।