दिल्ली
चीन ने जापान को दक्षिण चीन सागर विवाद में हस्तक्षेप करने से परहेज करने को आज कहा। चीन का कहना है कि जापान को इस रणनीतिक क्षेत्र में उस पर विस्तारवादी व्यवहार का आरोप लगाने से पहले अपने ‘शर्मनाक इतिहास’ पर विचार करना चाहिए।
चीन ने जापान के विदेश मंत्री फुमियो किशिदा की उस टिप्पणी पर आपत्ति की जिसमें किशिदा ने कहा कि वह अधिकार क्षेत्र को लेकर दावों वाले विवाद पर चीन के विदेश मंत्री वांग यी से चर्चा करेंगे।
किशिदा ने कहा था कि यदि उन्हें आसियान और अन्य एशियाई देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान वांग से मिलने का अवसर मिलता है तो वह इस समुद्री विवाद पर चर्चा करेंगे।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि हेग में संयुक्त राष्ट्र समर्थित अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण ने जो मध्यस्थता की वह शुरआत से लेकर अंत तक ‘अवैध’ थी।