पाकिस्तान के पत्र सूचना विभाग द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है, “प्रधानमंत्री द्वारा पाकिस्तान की यात्रा पर निमंत्रित किए जाने पर, ट्रंप ने कहा कि वह ऐसे शानदार देश, जो शानदार लोगों की जगह हो, आना जरूर पसंद करेंगे।” व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव ने कहा कि ‘अपने राष्ट्रपति काल के दौरान एक समय’ ओबामा ने पाकिस्तान जाने की इच्छा जाहिर की थी। लेकिन “कई कारणों की वजह से, जो कुछ पिछले आठ सालों में काफी समय तक दोनों देशों के बीच जटिल रिश्तों से जुड़े थे, राष्ट्रपति ओबामा अपनी इच्छा पूरी नहीं कर सके।”
व्हाइट हाउस प्रेस सचिव ने इस बात को स्वीकार किया कि अमेरिकी राष्ट्रपति को पाकिस्तान की कूटनीतिक यात्रा के लिए कभी सही समय नहीं मिला।
वाशिंगटन इस बात से नाखुश है कि इस्लामबाद अपने यहां पैदा हुए आतंकी नेटवर्कों जैसे- हक्कानी नेटवर्क, मसूद अजहर और हाफिज सईद पर कार्रवाई नहीं करता। इस साल मई में अमेरिकी हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स ने पाकिस्तान को दी जाने वाली सैन्य सहायता पर प्रतिबंध बढ़ाने के लिए वोट किया था। सदन ने कहा था कि वह हक्कानी नेटवर्क पर इस्लामाबाद द्वारा कार्रवाई की असफलता से निराश है।