बर्लिन के व्यस्त क्रिसमस बाजार में हमला करने वाला शख्स 23 साल का लड़का था। मंगलवार (20 दिसंबर) को पता लगा कि वह पाकिस्तान से वहां प्रवासी के तौर पर आया हुआ था। रॉयटर्स के मुताबिक, वह इसी साल फरवरी में जर्मनी आया था। पुलिस उसे पहले से पहचानती थी क्योंकि पहले भी कई छोटे-मोटे केसों में उसका नाम आ चुका है। खबर के मुताबिक, वह एक रिफ्यूजी हॉस्टल में रह रहा था। जो कि पहले कभी एयरपोर्ट की बिल्डिंग हुआ करती थी।
सोमवार (19 दिसंबर) को देर रात बर्लिन के एक व्यस्त क्रिसमस बाजार में एक लॉरी ने अनके लोगों को रौंद दिया था। उसमें 12 लोगों की मौत हो गई थी और 48 अन्य घायल हुए थे। पुलिस ने इस घटना को संदिग्ध आतंकवादी हमला बताया था। इससे पहले फ्रांस के नीस में भी कुछ ऐसी ही हमला हुआ था। गृह मंत्री थॉमस दे मेजिएरे ने सरकारी टेलीविजन चैनल से कहा था, ‘मैं फिलहाल ‘हमला’ शब्द का प्रयोग नहीं करना चाहता लेकिन कई चीजें इस ओर इशारा कर रही हैं।’
ऑस्ट्रेलियाई प्रत्यक्षदर्शी तृषा ओ’नील ने आस्ट्रेलियाई प्रसारण निगम को बताया था कि जब ट्रक भीड़ भरे बाजार में घुसा तो उस समय वह घटनास्थल से कुछ ही मीटर की दूरी पर थी। उसने कहा था, ‘मैंने तेज गति से आते बड़े काले ट्रक को देखा जिसने बाजार में घुसकर कई लोगों को रौंद दिया और तभी लाइटें बंद हो गईं तथा सबकुछ नष्ट हो गया।’