पाकिस्तान में हिंदुओं से नफरत का एक और मामला सामने आया है। यहां के दक्षिण सिंध प्रांत के एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई। यही नहीं नफरत करने वालों ने मूर्तियों को तोड़ने के अलावा उसके कुछ टुकड़े पास के नाले में भी फेंक दिए। इस मामले में शुरुआती जांच के आधार पर तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ ईशनिंदा और आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया है।
स्थानीय पुलिस के मुताबिक, कुछ देवताओं की मूर्तियों को क्षति पहुंचाई गई और कुछ के टुकड़े निकट की सीवेज लाइन में मिले हैं। यह घटना कल थाटा जिले के गारो शहर में हुई। डॉन की खबर के मुताबिक पुलिस ने ईशनिंदा और आतंकवाद का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मूर्तियों को क्षति पहुंचाने के संबंध में एफआईआर भी दर्ज की है।
बीबीसी उर्दू ने पुलिस अधिकारी फिदा हुसैन मासतोई को यह कहते हुए उद्धृत किया है, ‘जांच जारी है लेकिन अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। खबर में स्थानीय हिंदू काउंसलर लाल माहेश्वरी ने बताया, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि किसी ने रात के एक बजे से सुबह पांच बजे के बीच में मंदिर में प्रवेश किया था। जब सुबह लोग पूजा करने आए तो मूर्तियां गायब थीं।
मंदिर के इतिहास में यह पहली बार हुआ है।’ सिंध के मुख्यमंत्री के अल्पसंख्यक मामलों के सलाहकार डाक्टर खट्टो मल ने कहा कि तोड़फोड़ करनेवालों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। गारो राष्ट्रीय राजमार्ग से लगा हुआ है और यह कराची से 60 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां करीब 2,000 परिवार रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर हिंदू हैं।
पाकिस्तान में हिंदुओं से नफरत का एक और मामला सामने आया है। यहां के दक्षिण सिंध प्रांत के एक हिंदू मंदिर में तोड़फोड़ की गई। यही नहीं नफरत करने वालों ने मूर्तियों को तोड़ने के अलावा उसके कुछ टुकड़े पास के नाले में भी फेंक दिए। इस मामले में शुरुआती जांच के आधार पर तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ ईशनिंदा और आतंकवाद का मामला दर्ज किया गया है।