चंद्रशेखर ने कहा, ‘हम नए प्रशासन और सांसदों को यह बताना चाहते हैं कि अगर अमेरिका ने अपना दरवाजा बंद किया तो उसे क्या खोना पड़ेगा।’ चंद्रशेखर चार दिवसीय अमेरिका यात्रा पर जा रहे सीईओज के प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहेंगे। उन्होंने कहा, ‘नैसकॉम ने अपनी सरकार (मोदी सरकार) से इस बारे में अपनी चिंता साझा कर चुका है। साथ-साथ हम अपनी ओर से भी कुछ काम कर रहे हैं।’
एक डेमोक्रैट सांसद ने H-1B वीजा की शर्तें कड़ी करने के लिए पिछले सप्ताह बिल पेश किया। ऐसे में भारतीय कंपनियों के सीईओज आपातकालीन योजना पर भी काम कर रहे हैं ताकि अमेरिका में उनके पास पर्याप्त संख्या में कर्मचारी नहीं भी हों तो भी उनका काम बाधित नहीं हो। जून में ट्रंप की भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात होनी है। उम्मीद की जा रही है कि तब इस मुद्दे पर भी बात होगी।
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