पाकिस्तान में भारतीय उच्चायोग पर बीवी को बंधक बनाने का आरोप लगाने वाला धोखेबाज पति बेनकाब!

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पाकिस्तान के एक नागरिक ने भारतीय दूतावास पर गंभीर आरोप लगाए हैं। नागरिक ने कहा है कि दूतावास ने उसकी पत्नी को रोक कर रखा हुआ है। ताहिर नाम के इस शख्स ने इसे लेकर पुलिस में एक एफआईआर भी दर्ज कराई है।हालांकि, इस मामले में हस्तक्षेप करने के बाद पाकिस्तान ने आधिकारिक तौर पर कहा है कि भारतीय उच्चायोग ने उसे सूचित किया है कि एक भारतीय महिला ने खुद को वापस भारत भेजने का अनुरोध किया है। आइए जानते हैं आखिर क्या है पूरा मामला।

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पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने बताया कि भारतीय महिला का नाम उज्मा है जो पिछले हफ्ते इस्लामाबाद के भारतीय उच्चायोग से गायब हो गई। नई दिल्ली के सरकारी सूत्रों ने बताया कि महिला ने भारतीय उच्चायोग से 5 मई को मदद मांगी थी। उच्चायोग उसे दूतावास संबंधी जरूरी सहायता मुहैया करा रहा है और इस मामले को लेकर वह पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय तथा महिला के भारत स्थित परिजनों से संपर्क में हैं। और उन दोनो की एक दूसरे से मुलाकात मलेशिया में हुई थी। और एक दूसरे से प्रेम भी करने लगे। इसके बाद उजमा, वाघा सीमा होते हुए एक मई को पाकिस्तान गई। दोनों ने तीन मई को निकाह कर लिया। ताहिर से शादी के बाद उसे पता लगा कि वो पहले से शादीशुदा है और उसके चार बच्चे हैं। लिहाजा दो दिन बाद ही उजमा मदद मांगने भारतीय उच्चायोग पहुंच गई, उसने अधिकारियों से मदद की गुहार लगाते हुए वापस भारत जाने का अपील की।

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ताहिर के मुताबिक वे दोनों उच्चायोग भवन गए और वीजा फॉर्म तथा अपने फोन अधिकारियों को सौंप दिए।  इसके बाद अधिकारियों द्वारा बुलाए जाने पर उजमा अंदर गई ताहीर बाहर ही रहा। जब कई घंटों बाद उसकी पत्नी नहीं लौटी, तब ताहिर ने अधिकारियों से उसके बारे में पूछताछ की, जिन्होंने दावा किया कि वह वहां नहीं हैं। ताहिर ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने उनके तीन मोबाइल फोन उन्हें वापस करने से मना कर दिया। ताहिर ने कहा कि उन्होंने सचिवालय पुलिस थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई। पहले मीडिया में आयी खबरों के मुताबिक, जकारिया ने कहा था कि उजमा भारतीय उच्चायोग भवन में ‘फंसी’ हुई है।

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