इराक की यह जीत बहुत महंगी साबित हुई है। ISIS के खिलाफ की जा रही सैन्य कार्रवाई में हजारों बेगुनाह नागरिकों की मौत हुए और साढ़े 8 लाख से भी ज्यादा लोगों को बेघर होना पड़ा। शहर का ज्यादातर हिस्सा अब मलबे में तब्दील हो चुका है। यहां-वहां बिखरी लाशें तेज गर्मी और कड़ी धूप में सड़ रही हैं और चारों ओर हवा में उनकी बदबू फैली है। एक वक्त में यही मोसुल शहर 15 लाख लोगों की आबादी का घर हुआ करता था। यहां सीमा से लगी सीरिया सीमा के रास्ते आतंकी रक्का जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन US के समर्थन से लड़ रही कुर्दिश सेना यहां भी उसका रास्ता रोककर खड़ी है। ISIS ने सीरिया में रक्का को अपनी राजधानी बनाया था। इन दोनों शहरों से खत्म होने के बाद भी ISIS का पूरी तरह से खत्म होना अभी संभव नहीं दिख रहा। विशेषज्ञों का कहना है कि यहां से ISIS दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में फैल गया है। पिछले कुछ समय से यह आतंकवादी संगठन केंद्रीय एशिया में विस्तार की कोशिशों में जुटा है।