विज्ञान ने अपने खाते में एक और उपलब्धि दर्ज करा ली है। न्यू साइंटिस्ट मैगज़ीन के मुताबिक तीन अभिभावकों वाले दुनिया के पहले बच्चे ने जन्म ले लिया है। इस बच्चे में अपने माँ-बाप के डीएनए कोड के साथ एक अन्य जेनेटिक कोड भी है ये कोड एक डोनर का है। इस बच्चे ने मेक्सिको में जन्म लिया है। जहां एक तरफ बच्चे के पैदा होने की इस तकनीक के आलोचकों का का कहना है कि मनुष्य अब ‘ईश्वर की तरह’ पेश आ रहा है। वहीं दूसरी तरफ इसके समर्थकों का कहना है कि इस तरह जेनेटिक बीमारियों से पीड़ित दंपति भी स्वस्थ बच्चा प्राप्त कर सकते हैं। न्यू साइंटिस्ट के अनुसार बच्चे के माता-पिता जॉर्डन के रहने वाले हैं। बच्चे में तीसरे व्यक्ति के जेनेटिक कोड डालने का काम अमेरिकी विशेषज्ञों ने किया।
बच्चे की मां को लीघ सिंड्रोम नामक जेनेटिक बीमारी है। इस बीमारी से व्यक्ति का नर्वस सिस्टम प्रभावित हो जाता है। ये बीमारी माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए के माध्यम से बच्चों में पहुंच जाती है। महिला खुद तो स्वस्थ है लेकिन उसके दो बच्चे, एक छह वर्षीय लड़की और एक आठ महीने का लड़का पहले ही इस बीमारी के कारण मर चुके हैं।