आतंकियों ने नगरोटा में सेना के 16वें कोर मुख्यालय के पास स्थित एक सैन्य शिविर पर हमला किया था। आतंकियों के साथ कई घंटों चली मुठभेड़ में सेना के 2 अधिकारी और 5 जवान शहीद हो गए थे। हमले में 3 आतंकवादी भी मारे गए थे। सैन्य शिविर पर हमला करने वाले आतंकवादियों ने इसके पिछले हिस्से स्थित जंगली इलाके से परिसर में प्रवेश किया था। आतंकियों की योजना लोगों को बंधक बनाने की थी लेकिन दो आर्मी अफसरों की पत्नियों की बहादुरी की वजह से संकट ज्यादा बड़ा नहीं हो सका था।
नगरोटा अटैक में मसूद अजहर की स्वीकारोक्ति की खबर ऐसे वक्त में सामने आई है जब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस साल जनवरी में पंजाब के पठानकोट स्थित एयरबेस पर हुए हमला मामले में मसूद के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। मसूद के अलावा तीन अन्य आतंकवादियों के खिलाफ भी चार्जशीट दाखिल की गई है। इन सभी पर पठानकोट हमले की साजिश रचने के आरोप लगाए गए हैं।