पाकिस्तान की खुशी हुई काफूर, पड़ोसी दे रहा है भारत का साथ

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बाल्टिस्तान में
फोटो साभार

नई दिल्ली : कश्मीर के मुद्दे पर इस्लामिक देशों को अपनी तरफ़ मिलाकर पाकिस्तान ने अभी मुस्कुराना शुरू ही किया था कि उसकी खुशियां काफूर हो गईं। वजह बना उसका पड़ोसी देश अफ़गानिस्तान। अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने बलोचिस्तान पर दिए गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का समर्थन किया है। हामिद करजई ने कहा कि बलोचिस्तान के लोग सरकार समर्थित कट्टरपंथियों से मुक्ति चाहते हैं। पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि पीएम मोदी का बयान बलोचिस्तान के लोगों का हौसला बढ़ाने वाला है।

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मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक करजई ने कहा, ‘दूसरे समाज की तरह वह भी विकास चाहते हैं। उनके अधिकार छीने जा रहे हैं। बलोचिस्तान के लोग अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे हैं। वहां के लोग हिंसा नहीं शांति चाहते हैं।’ दिल्ली आए करजई ने कहा, ‘पाकिस्तान के अधिकारी अफगानिस्तान और भारत के बारे में बोलते आए हैं लेकिन यह पहली बार है कि भारत के प्रधानमंत्री ने बलोचिस्तान के बारे में बोला है।’

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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में बलूचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में लोगों पर पाकिस्तानी अत्याचार का मुद्दा उठाया था। मोदी ने कहा, ‘लाल किले की प्राचीर से मैं कुछ लोगों का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। बलूचिस्तान, गिलगित और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर की जनता का। जिस तरह से उन्होंने हाल ही में मुझे शुक्रिया अदा किया, उसके लिए, मेरे प्रति आभार जताने के लिए, तहेदिल से मुझे शुक्रिया अदा करने के उनके तरीके के लिए और अपना सद्भाव मुझ तक पहुंचाने के लिए।’

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वहीं, पाकिस्तान का कहना है कि पीएम मोदी द्वारा अपने स्वतंत्रता दिवस भाषण में बलोचिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर का उल्लेख जम्मू कश्मीर में सामने आने वाली ‘भयानक त्रासदी’ से ध्यान भटकाने का एक प्रयास है।

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