कई बार जाने-अंजाने लोग ऐसी खता कर बैठते हैं जिसके लिए उन्हें ताउम्र पछताना पड़ जाता है। ऐसी ही एक खता कर बैठी सऊदी अरब के जेद्दा में रहने वाली एक महिला एक्टिविस्ट। इस महिला ने सऊदी के मौलवियों द्वारा रखी जाने वाली मोटी दाढ़ी को लेकर ट्वीट्स किए तब उसने कल्पना भी नहीं की थी कि उसे जेल की हवा खानी पड़ेगी।
सौउद अल शेमरी ने दाढ़ी वाले कई पुरुषों की तस्वीरें पोस्ट की जिसमें एक रूढ़िवादी यहूदी, एक हिप्पी, एक कम्यूनिस्ट, एक तुर्क खलीफा, एक सिख और एक मुस्लिम शामिल थे। सौउद ने लिखा कि सिर्फ दाढ़ी रखने से ही कोई आदमी पवित्र या मुसलमान नहीं बन जाता है और उसने यह भी बताया कि पैगंबर मुहम्मद के समय के दौरान इस्लाम के कट्टर आलोचकों में से एक की दाढ़ी उनसे भी बड़ी थी।
सौउद के इस ट्वीट को लेकर सऊदी अरब में कुछ बड़े मौलवियों और रुढ़िवादी लोगों ने उन्हें पाखंडी और शैतान बताते हुए सख्त सजा की मांग की थी। सौउद के साथ फ्री सऊदी लिबरल्स नेटवर्क नाम का ऑनलाइन मंच बनाने वाले ब्लॉगर रैफ बदावी भी 10 साल की सजा काट रहे हैं।
बस फिर क्या था, इस एक ट्वीट के बाद सौउद अल शेमरी की ऐसी आफत आई कि वो चारों तरफ से बुरी तरह घिर गईं।घनी दाढ़ी पर ट्वीट करने पर उन्हें तीन माह तक जेल की हवा खानी पड़ी।
अगले स्लाइड में पढ़ें – सौउद अल शामेरी की पूरी कहानी…..