मोबाइल चार्ज में लगा कर सोया था शख्स, पहुंच गया अस्पताल

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मोबाइल फोन जब भी चार्ज पर लगाएं तब इसका इस्तेमाल करने से बचें। मोबाइल चार्जिंग को टेक्नोलॉजी के हिसाब से पैरासाइटिक चार्जिंग कहा जाता है।
जब फोन चार्ज में लगा हो तो इसे इस्तेमाल करने से बैटरी पर प्रेशर बनता है। प्रेशर बनने की वजह से बैटरी फुल चार्जिंग साइकिल में नहीं पहुंच पाती है। जिस कारण बैटरी को नुकसान होता है। अगर आप इस वक्त फोन रिसीव करना चाहते हैं तो फोन उठाने से पहले चार्जर से फोन को हटा दें।
कई लोग सोते वक्त फोन को चार्ज करते हैं या रात भर चार्ज में लगा छोड़ देते हैं। ऐसे में जरूरत से ज्यादा चार्ज करने से बैटरी की लाइफ कम हो जाती है। साथ ही नींद में या गलती से कोई भी तार पानी या किसी भी मेटल के कॉन्टैक्ट में आ गया तो करंट लगने का चांस बढ़ जाता है। और कोई बड़ा हादसा हो सकता है।

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