दिल्ली
मध्य अफ्रीकी देश कांगो में इस्लामी गुट के हमले में कम से कम 51 लोगों की मौत हो चुकी हैं। जबकि कई अन्य घायल हैं। एक स्थानीय अधिकारी के मुताबिक सरकार का कहना है कि इस क्षेत्र में हुए सैन्य अभियानों का बदला लेने के लिए यह नरसंहार किया गया है।
शनिवार को हुए इस नरसंहार के बाद देश में तीन दिनों का राष्ट्रीय शोक घोषित कर दिया गया है। देश में 2014 के बाद बेनी शहर अशांति का शिकार है और लगातार हो रही हिंसा की घटनाओं में यहां 600 लोगों की हत्या हो चुकी है।
स्थानीय रेडियो स्टेशन से बात करते हुए बेनी के मेयर एडमंड मोजुमबुको ने कहा कि कम से कम 42 लोगों की मौत इस नरसंहार में हो चुकी है। सरकार ने पहले मरने वालों की संख्या 36 बताई थी।
आर्मी के प्रवक्ता मैक हाजुके ने बताया है कि हमला यूगांडा मूल के एक इस्लामी सशस्त्र समूह अलाइड डेमोक्रेटिक फोर्सेज ने किया है।
यह समूह लोकतांत्रिक गणराज्य कांगो में करीब दो दशक से मौजूद है और इस समूह पर मानवाधिकार हनन करने का आरोप है। स्थानीय मानवाधिकार कार्यकर्ता जैक्सन कारेसेका ने बताया कि लोग इस घटना के बाद काफी गुस्से में हैं और रास्ते में टायर जला कर विरोध कर रहे हैं।
यहां के एक मोटरसाइकिल टैक्सी ड्राइवर जॉर्ज कामते का कहना है कि पुलिस सिर्फ लोगों की लाशें ले गई है लेकिन हमलोग विरोध करना जारी रखेंगे, वे हमारा इस तरह से संहार नहीं कर सकते हैं।
प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि सरकार हमें सुरक्षा देने में नाकाम है।