विश्व बैंक की संस्था की ओर से जारी रिपोर्ट पर केंद्र सरकार ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि बीते एक साल में कारोबारी माहौल को बेहतर बनाने के लिए तमाम कदम उठाए गए हैं, विश्व बैंक की शाखा ने शायद इन पर अपनी रिपोर्ट तैयार करते वक्त ध्यान नहीं दिया। हालांकि इस रिपोर्ट में केंद्र सरकार की ओर से रैंकिंग में सुधार के लिए ध्यान देने और कंपनीज ऐक्ट में व्यापक बदलाव किए जाने की तारीफ की गई है। कारोबारी अनुकूलता की रैंकिंग में भारत के स्कोर में मामूली सुधार आया है और यह 55.27 हो गया है। भारत में बिजली कनेक्शन की सुविधा, सीमा पार कारोबार के नियम आसान करने और कर्मचारियों के बीमे आदि पर काम होने के चलते रैंकिंग में मामूली सुधार दिखा है।
भारत में कारोबारी माहौल को सही बनाने को लेकर उठाए जाने वाले कदम मोदी सरकार की प्राथमिकता में रहे हैं। मोदी सरकार अपने कार्यकाल की शुरुआत से ही भारत को विदेशी निवेश के लिए आकर्षक स्थान और कारोबार को आसान बनाने के लिए काम करने में जुटी है। लेकिन, इसके बाद भी कई अन्य पैरामीटर्स पर भारत की रैंकिंग कमजोर हुई है।