इस्लामाबाद। भारत और पाकिस्ताकन के रिश्तोंह में गहराते तनाव का असर उस समय साफ नजर आया जब सार्क कॉन्फ्रें स में गृह मंत्री राजनाथ सिंह की गुरुवार को अपने पाकिस्तानी समकक्ष निसार अली खान से पहली बार मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने बमुश्किल एक-दूसरे से हाथ मिलाया।
पाकिस्तासन के मंत्री, होटल के प्रवेश द्वार पर मंत्रियों की अगवानी कर रहे थे इसी दौरान दोनों नेताओं का आमना-सामना हुआ। दोनों ने बमुश्किल हाथ मिलाया। यह दोनों के बीच औपचारिक हैंडशेक जैसा नहीं था इसके बाद सिंह मीटिंग हॉल की ओर बढ़ गए। भारतीय मीडिया के सदस्यों को इस क्षण की फोटो लेने की इजाजत तक नहीं दी गई। उन्हेंक पाकिस्तानी अधिकारियों द्वारा कुछ दूर रखा गया। इसको लेकर एक वरिष्ठं भारतीय अधिकारी की पाकिस्तापनी अधिकारी के साथ बहस भी हुई।
भारत विरोधी प्रदर्शनों के बीच राजनाथ बुधवार को इस्लायमाबाद पहुंचे थे। इसमें लश्केर संस्थाईपक और 26/11 हमले के मास्टनर माइंड हाफिज सईद भी शामिल था। सईद पाकिस्ता्न में बिना किसी बंदिश के घूम रहा है। राजनाथ यहां पाकिस्तािनी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के अलावा दूसरे देशों के नेताओं से भी मिलेंगे लेकिन उनकी पाकिस्ताहनी गृह मंत्री के साथ द्विपक्षीय वार्ता का कोई कार्यक्रम नहीं है। जब गृह सचिव राजीव महर्षि से सिंह और खान के बीच किसी द्विपक्षीय बैठक की संभावना के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘कोई द्विपक्षीय बैठक नहीं होगी। हम पहले ही यह कह चुके हैं।’
गौरतलब है कि हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की बीते आठ जुलाई को जम्मू-कश्मीर में हुई मौत के बाद भारत-पाक रिश्तों में तनाव है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने वानी की न सिर्फ तारीफ की थी, बल्कि यह भी कहा था कि ‘कश्मीर एक दिन पाकिस्तान बन जाएगा।’ इस टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा था कि उनका (नवाज शरीफ का) राज्य को अपने देश (पाकिस्तान) का हिस्सा बनाने का सपना कभी पूरा नहीं होगा…कायनात के खत्म हो जाने पर भी नहीं।’