नई दिल्ली। कथित भारतीय जासूस को लेकर पाकिस्तान एक बार फिर बेनकाब हो गया है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने बुधवार(7 दिसंबर) को स्वीकार किया कि कथित भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव को लेकर पाक सरकार को ‘अपर्याप्त सबूत’ सौंपे गए हैं। सीनेट के समक्ष अजीज ने कहा कि जाधव से जुड़े डोजियर में सिर्फ इकबालिया बयान शामिल है।
उन्होंने कहा कि डोजियर में जो बाते हैं वे पर्याप्त नहीं हैं। अब संबंधित प्राधिकारों पर है कि वे इस एजेंट को लेकर अधिक समाग्री मुहैया कराएं। पाकिस्तानी एजेंसियों का दावा है कि ईरान से पाकिस्तान में दाखिल होने वाले जाधव को बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया और वह पाकिस्तान के भीतर ‘विध्वंसक गतिविधियों’ की योजना बना रहा था।
पाकिस्तान आर्मी ने मार्च के आखिर में जाधव के कथित कबूलनामे का वीडियो भी जारी किया था। इसमें उसने माना था कि वह बलूचिस्तान में आतंकी गतिविधियों में शामिल था। भारत ने इस वीडियो को खारिज कर सवाल उठाया था। भारत ने शक जताया था कि जाधव को ईरान से किडनैप गया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि वीडियो में जाधव जो भी बातें कह रहा है, वह आधारहीन हैं। मंत्रालय का कहना था कि जाधव जो बातें कह रहा है, वह उसे सिखाई गई हैं। मंत्रालय ने साथ ही कहा था कि हमारी जांच से पता चला है कि भारतीय नागरिक को प्रताडि़त किया जा रहा है जो ईरान में कानूनी तरीके से अपना कारोबार चला रहा था।