पाकिस्तान धीरे-धीरे परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ा रहा है, जो ना सिर्फ भारत के लिए बल्कि पूरे विश्व के लिए चिंता की बात है। अपनी क्षमता को बढ़ाने कि लिए पाकिस्तान ने अपने पास 130 से 140 परमाणु हथियार इकट्ठे कर लिए हैं।इसके अलावा वह परमाणु डिलिवरी के लिए एफ-16 समेत अपने कुछ लड़ाकू जेटों को परमाणु हथियार वाहक के रूप में विकसित कर रहा है। हैंस एम क्रिस्टेन्सन और रॉबर्ट एस नॉरिस द्वारा तैयार रिपोर्ट में यह बात कही गई है।
रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान सेना की चौकियों और वायुसेना के ठिकानों के वाणिज्यिक उपग्रह चित्रों की एक बड़ी संख्या के विश्लेषण में मोबाइल लांचरों और भूमिगत बंकरों को दिखाई देते हैं और ये परमाणु बलों से संबंधित हो सकते हैं। पाकिस्तानी परमाणु बलों 2016 पर रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान लगातार अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर रहा है।
वह अधिक से अधिक परमाणु हथियार बना रहा है और अधिक से अधिक परमाणु हथियार वितरण प्रणाली विकसित कर रहा है। साथ ही उसके विखंडनीय सामग्री के उत्पादन उद्योग में भी बढ़ोतरी हुई है। हमारा अनुमान है कि पाकिस्तान के पास अब 130-140 परमाणु हथियार हैं। यह परमाणु हथियार 1999 में अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी द्वारा किए गए आंकलन से ज्यादा है। तब अमेरिकी रक्षा खुफिया एजेंसी ने दावा किया था कि पाकिस्तान के पास 2020 तक 60-80 परमाणु हथियार होंगे।
‘बुलेटिन ऑफ अटॉमिक साइंटिस्ट्स’ की ताजा रिपोर्ट में इस बाबत दावा किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान की सैन्य छावनियों और वायुसेना ठिकानों की सैटलाइट से ली गईं तस्वीरों के विश्लेषण से मोबाइल लॉन्चर्स और भूमिगत सुविधाएं नजर आती हैं जो परमाणु हथियारों से जुड़ी हो सकती हैं।
पाकिस्तानी परमाणु बल, 2016 नाम की इस रिपोर्ट में कहा गया, ‘पाकिस्तान और अधिक न्यूक्लियर वॉरहेड्स, डिलिवरी सिस्टम और परमाणु हथियार में इस्तेमाल संबंधी चीजों का उत्पादन करने वाली इंडस्ट्री की मदद से लगातार अपने परमाणु जखीरे को बढ़ा रहा है। हमारा अनुमान है कि पाकिस्तान के पास अब 130-140 परमाणु हथियार हैं।’