नई दिल्ली। पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से बातचीत शुरू होगी? इस सवाल का जवाब शायद ही किसी के पास हो, लेकिन पाक को उम्मीद है कि भारत की राज्य विधानसभाओं में हो रहे चुनावों के बाद शांति वार्ताओं के लिए माहौल बेहतर होगा।
पाक के नियोजन एवं विकास मंत्री अहसन इकबाल ने एक सभा के दौरान कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि मार्च तक राज्यों में हो रहे चुनाव पूरे हो जाएंगे और तब संभवत: भारत के साथ शांति वार्ता करने के लिहाज से बेहतर माहौल होगा। लेकिन हम पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, भारत के विधानसभा चुनावों में एक चुनावी मुद्दा है।
इकबाल ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि वे चुनावी चक्र में इतने कड़े रूख अख्तियार कर रहे हैं। मुझे लगता है कि हमें इससे परे जाकर सोचना चाहिए। भारत-पाक को एकसाथ रहना है, हम अपनी भौगोलिक स्थिति नहीं बदल सकते और अब हमें शांति की दिशा में सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ क्षेत्र में शांति के एक प्रबल पैरोकार हैं। हमने अफगानिस्तान और भारत के साथ सक्रिय तौर पर शांति स्थापित करने की कोशिश की है और हम ऐसा करना जारी रखे हुए हैं, क्योंकि हमारा मानना है कि हमारा विकास क्षेत्र में शांति पर निर्भर करता है।