साल 1985 में नेशनल ज्योग्राफिक पत्रिका के कवर पेज पर छपने के बाद मशहूर हुई अफगानिस्तानी लड़की शरबत गुल को कुछ दिन सजा काटने के बाद पाकिस्तान से रवाना कर दिया जायेगा। पाकिस्तान ने फैसला लिया है कि जेल से रिहाई के बाद शरबत गुल को वापस अफगानिस्तान भेज दिया जाएगा।
शरबत गुल को पाकिस्तान में फर्जी दस्तावेजों के साथ रहने के कारण गिरफ्तार कर 15 दिन कैद की सजा दी गई थी। गुल के वकील ने बताया कि उसे सोमवार को अफगानिस्तान के हवाले किया जा सकता है। गुल के वकील ने बताया कि कोर्ट ने उसे 15 दिन के लिए जेल में रहने और 1,10,000 पाकिस्तानी रुपये जु्र्माना भरने का आदेश दिया है। वकील मुबाशर नजर ने कहा, ‘वह पहले ही 11 दिन जेल में गुजार चुकी है। हमने कोर्ट से गुजारिश की है कि मानवीय आधार पर उसे रिहा कर दिया जाए।’
हरी आंखों वाली शरबत गुला 1985 में पाकिस्तान के एक रिफ्यूजी कैंप में आई थी तभी स्टीव मैकरी ने उसकी फोटो ली थी। पिछले हफ्ते गुल को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद यह अफगानी लड़की फिर से सुर्खियों में आ गई। गुल पर गलत दस्तावेजों का इस्तेमाल कर पाकिस्तान में रहने का आरोप है।
गौरतलब है कि पाकिस्तान में बड़ी संख्या में रिफ्यूजी नकली पहचान से रहते हैं। 46 साल की शरबत गुल को बीते महीने धोखे से पहचान पत्र हासिल करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस आरोप को गुला ने गलत बताया था। विशेष अदालत ने शरबत गुला को 7 नवंबर को देश छोड़ने का आदेश दिया है।
आपको बता दें कि अफगान लड़ाई के दौरान शरबत गुल अपने परिवार के साथ पाकिस्तान आयी थी और शरणार्थियों के बनाये शिविर में ही रुक गई थीं। दो साल चली जांच के बाद गुल को 23 अक्तूबर को पाकिस्तान अफगानिस्तान सीमा के समीप पेशावर से गिरफ्तार किया गया था।