जापानी पीएम आबे से मिले मोदी, आतंकवाद और परमाणु क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा

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फोटो: साभार

नई दिल्ली। भारत और जापान ने बुधवार(7 सितंबर) को परमाणु क्षेत्र में सहयोग, कारोबार एवं निवेश तथा आतंकवाद के खिलाफ संघर्ष जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का संकल्प व्यक्त किया। इन विषयों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे के बीच बातचीत हुई।

प्रधानमंत्री मोदी ने नेशनल कंवेशन सेंटर में बातचीत के दौरान आबे के समक्ष हाल ही में बांग्लादेश में हुए आतंकी हमले में जापानी नागरिक के मारे जाने पर शोक प्रकट किया। बांग्लादेश में इस आतंकी हमले में 22 लोग मारे गए जब इस्लामी आतंकवादियों ने एक लोकप्रिय कैफे पर हमला कर दिया जहां विदेशी नागरिक मौजूद थे।

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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि करीब 45 मिनट चली बैठक के दौरान आबे ने कहा कि जापान आतंकवाद के समक्ष नहीं झुकेगा, साथ ही आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ सहयोग को और मजबूत बनाने की इच्छा व्यक्त की।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आबे के साथ लाओस की राजधानी में बातचीत की जहां आज होने वाले 14वें आसियान भारत शिखर सम्मेलन और 11वें पूर्वी एशियाई शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आए हैं। दोनों नेताओं ने कारोबार एवं निवेश संबंधों को और विविधतापूर्ण एवं मजबूत बनाने पर चर्चा की।

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स्वरूप ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जापान के पास प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष है जबकि भारत के पास युवाशक्ति और वृहद बाजार है। आबे के साथ बैठक के दौरान मोदी ने कहा कि और इसलिए भारत-जापान गठजोड़ वैश्विक उत्पाद उत्पन्न कर सकता है और यह दोनों के लिए समान अवसर प्रदान करने वाला होगा।

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दोनों नेताओं ने भारत में बनाए जाने वाले औद्योगिक पार्क और जहाज तोड़ने के क्षेत्र में सहयोग के बारे में चर्चा की। स्वरूप ने कहा कि दोनों नेताओं ने भारत-जापान असैन्य परमाणु सहयोग समझौता वार्ता की प्रगति और हाई स्पीट रेल परियोजना के बारे में चर्चा की। मोदी ने आधारभूत संरचना के विकास, प्रौद्योगिकी उन्नयन और कौशल निर्माण के क्षेत्र में जापान के सतत समर्थन की सराहना की।