अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल का आज आखिरी दिन है। कल यानी 20 जनवरी को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ लेंगे। जाने से पहले मौजूदा राष्ट्रपति ओबामा ने व्हाइट हाउस की अपनी अंतिम प्रेस कांफ्रेंस में कई ऐतिहासिक बातें कहीं। अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा कि अमेरिका सभी की योग्यता पहचानता है और उन्हें बराबर अवसर देता है। ओबामा ने देश में नस्लीय विविधता का समर्थन करते हुए कहा कि आने वाले समय में कोई हिंदू भी अमेरिका का राष्ट्रपति बन सकता है तथा इसके अलावा कोई यहूदी या लैटिन भी अमेरिका का राष्ट्रपति बन सकता है।
मीडिया के साथ अपनी फेयरवेल स्पीच में ओबामा ने कहा, हम जल्द ही सभी धर्म, जाति, समुदाय के लोगों को उभरता हुआ देखेंगे, क्योंकि यही अमेरिका की ताकत है। अगर हम सभी लोगों को समान अवसर प्रदान करते रहे तो हां, अमेरिका में एक महिला भी राष्ट्रपति हो सकती है।
मजाकिया अंदाज में ओबामा ने कहा, मुझे शक है कि एक समय पर हमारे पास मिश्रित राष्ट्रपतियों का पूरा गुच्छा होगा और किसी को नहीं पता होगा कि उन्हें कहें क्या, लेकिन कोई बात नहीं। ओबामा का यह बयान उस सवाल के बाद आया, जिसमें उनसे पूछा गया था कि देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति होने नाते क्या वह दोबारा एेसा होता देखना चाहेंगे।
इसके अलावा ओबामा ने भारत एवं अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत बनाने वाली साझेदारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन करके उन्हें धन्यवाद दिया। दोनों नेताओं के बीच फोन पर हुई बातचीत के एक ब्यौरे के अनुसार, ओबामा ने ‘उनकी साझीदारी’ के लिए शुक्रिया अदा करने और रक्षा, असैन्य परमाणु ऊर्जा एवं लोगों के बीच आपसी संपर्क बढ़ाने समेत सहयोग के साझे प्रयासों की समीक्षा के मकसद से मंगलवार को मोदी से फोन पर बात की। व्हाइट हाउस ने कहा, ‘ओबामा ने वर्ष 2015 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने की याद ताजा की और प्रधानमंत्री को भारत के आगामी गणतंत्र दिवस की 68वीं वर्षगांठ से पहले बधाई दी।’
नीचे वीडियो में देखिए – अपने आखिरी भाषण में पत्नी मिशेल और बेटियों का जिक्र कर कैसे भावुक हो गए ओबामा