चीन के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में अशांत शिनजियांग प्रांत में मुस्लिम अधिकारियों और छात्रों के रोजा रखने पर सरकार ने पाबंदी लगा दी है। और वहां के छात्रों को सामूहिक पढ़ाई और कम्युनिस्ट फिल्में देखने के लिए शुक्रवार को बुलाया जा रहा है ताकि मुस्लमानों को रोजा रखने से रोक सके। रमजान पर रोक का जवाब मुस्लिमों के हक की बात करने वालों ने हिंसा की चेतावनी से दिया है।
यहां उइगर समुदाय के लोगों की जनसंख्या ज्यादा है जो वर्षों से चीनी उत्पीड़न से प्रभावित है। रिपोर्ट के मुताबिक पेइचिंग उइगर समुदाय की धार्मिक अभिव्यक्तियों को भी तमाम उपायों की मदद से खत्म करने पर लगा हुआ है। हालांकि तुर्क भाषा बोलने वाले ये लोग प्रमुख रूप से इस्लाम धर्म को मानते हैं। चीन में अल्पसंख्यक के रूप में मौजूद इस समुदाय के कई लोग चीन के नेताओं पर धार्मिक और राजनीतिक उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हैं।
चीन के उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में वहा के बच्चों को सामूहिक पढ़ाई के अलावा, कम्युनिस्ट फिल्में देखाते और खेल गतिविधियों में हिस्सा लेने को कहते हैैं। लेकिन चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी आधिकारिक के लोग ईश्वर को नहीं मानते और पिछले कई सालों से वह सरकारी कर्मचारियों और छोटे बच्चों के रोजे रखने पर प्रतिबंध लगाती रहती हैं। उनमें सरकारी अधिकारी, स्टूडेंट्स और बच्चे शामिल हैं।