सीरिया हमले के बाद रूस-अमेरिका में ठनी, पुतिन ने हमले को बताया गैरकानूनी

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मॉस्को : गुरुवार को अमेरिका द्वारा सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के सैन्य ठिकानों पर किए गए मिसाइल हमले की रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने निंदा की है। पुतिन ने ट्रंप द्वारा कराए गए इन हमलों को ‘गैरकानूनी’ बताते हुए कहा कि अमेरिका ने यह कदम उठाकर अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन किया है। इतना ही नहीं, पुतिन ने यह भी कहा कि इस घटना के कारण अमेरिका और रूस के आपसी संबंधों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा है। मालूम हो कि रूस सीरिया में असद सरकार को सैन्य समर्थन दे रहा है। इस हमले के बाद से ही दुनिया की नजरें रूस पर टिकी थीं। रूस और ट्रंप के बीच की कथित नजदीकियों के मद्देनजर अमेरिकी कार्रवाई के बाद पुतिन की प्रतिक्रिया पर सबकी नजरें थीं।

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क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने अमेरिकी मिसाइल हमले पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि पुतिन सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के पक्के सहयोगी हैं। ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा सीरियन सेना के ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों से रूस बेहद नाखुश है। दिमित्री के मुताबिक, पुतिन इस घटनाक्रम को सीरिया की संप्रभुता के खिलाफ ‘अमेरिकी आक्रामकता’ के तौर पर देख रहे हैं। पुतिन की ओर से कहा गया है कि अमेरिका इराक में हो रही निर्दोष लोगों की मौत से दुनिया का ध्यान भटकाना चाहता है और इसी लिए उसने असद पर ‘मनगढ़ंत आरोप’ लगाकर यह हमला किया।

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दिमित्री ने कहा, ‘पुतिन का मानना है कि सीरिया पर अमेरिका द्वारा किया गया हमला एक संप्रभु देश के खिलाफ दिखाई गई उसकी आक्रामकता है। यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों के खिलाफ है और असद पर लगाए गए आरोप भी बेबुनियाद और मनगढ़ंत हैं।’ इस हमले की पृष्ठभूमि में दोनों देशों के बीच टकराव पैदा होने के विषय पर बोलते हुए दिमित्री ने कहा, ‘वॉशिंगटन का यह कदम अमेरिका-रूस के संबंधों को काफी गंभीर नुकसान पहुंचाएगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका सहित कई पश्चिमी देश असद सरकार पर रसायनिक हथियार इस्तेमाल करने का आरोप लगा रहे हैं, लेकिन यह सच नहीं है। दिमित्री के मुताबिक, रूस यह नहीं मानता कि सीरिया के पास रसायनिक हथियार हैं।
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