भ्रष्टाचार के आरोपों में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति को हटाने के लिए महाभियोग पास

0
फाइल फोटो।

नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया की संसद ने शुक्रवार(9 दिसंबर) को भ्रष्टाचार और स्कैंडल के आरोपों से घिरी राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को पारित कर दिया। जिसके बाद पार्क की सारी शक्तियां छिन गई है। पार्क के स्थान पर अब प्रधानमंत्री ही देश के प्रमुख होंगे और राष्ट्रपति का काम भी वही देखेंगे। हालांकि वह अभी पद पर बनी रहेंगी।

इसे भी पढ़िए :  भारत-पाक क्रिकेट मैच से पहले लंदन में आतंकी हमला, 6 की मौत, 20 घायल, पुलिस फायरिंग में हमलावर भी ढेर

300 सदस्यीय संसद में महाभियोग प्रस्‍ताव के पक्ष में 234 सांसदों ने वोट पड़े, जबकि 56 सांसदों ने पार्क के पक्ष में वोट किया। पार्क पर भष्‍ट्राचार के कई आरोप हैं। इसके चलते हाल के दिनों में उनकी प्रशासन पर पकड़ भी कमजोर हुई।

इसे भी पढ़िए :  चीन की मदद से पाक में तैयार हुआ परमाणु ऊर्जा संयंत्र. नवाज ने किया उद्घाटन

पार्क को उनके करीबी दोस्त चोई सून सिल की वजह से महाभियोग का सामना करना पड़ रहा है। आरोप है कि चोई ने पार्क के साथ अपनी करीबी का फायदा उठाकर सैमसंग समेत देश की कुछ शीर्ष कंपनियों से छह करोड़ रुपये से अधिक की राशि रिश्वत के तौर पर वसूल की थी।

इसे भी पढ़िए :  पाकिस्तान में धमाका, 5 की मौत

इसको लेकर दक्षिण कोरिया के लोगों में काफी गुस्सा है और लोग पार्क को पद से हटाए जाने की मांग कर रहे थे। हाल के हफ्तों में इस राजनीतिक स्कैंडल के कारण कोरियाई नागरिक राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग को लेकर देशभर में प्रदर्शन हुए।