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वांग ने हिम्मत नहीं हारी और न्याय पाने के लिए संघर्ष करते रहे। अदालत में मामला दायर होने में 8 साल का समय लग गया। अब एक जिला अदालत ने चिंगवा ग्रुप के खिलाफ फैसला सुनाया है। कंपनी को आदेश दिया गया कि वह वांग और उनके पड़ोसियों को 80 लाख रुपये का जुर्माना दे। इस फैसले के बाद भी वांग की यह कानूनी लड़ाई खत्म नहीं हुई है। चिंगवा कॉर्पोरेशन ने जिला अदालत के इस निर्णय के खिलाफ अपील करने का फैसला किया है।
डेली मेल से बात करते हुए वांग ने बताया, “मैं जानता था कि मैं सही काम कर रहा हूं, लेकिन मुझे नहीं पता था कि कॉर्पोरेशन ने किस कानून का उल्लंघन किया है। मुझे उसके द्वारा किए गए अपराध का सबूत भी जुटाना था।” उन्होंने 5 साल तक बिना किसी की मदद के अकेले कानूनी पढ़ाई की और खुद को यह केस लड़ने के लिए तैयार करता रहा।
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