नई दिल्ली। अमेरिका ने पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते को अनुमोदित करने के भारत के अचानक किए गए फैसले का स्वागत किया। भारत दो अक्तूबर को समझौते पर हस्ताक्षर करेगा।
भारत में अमेरिका के राजदूत रिचर्ड वर्मा ने कहा कि ‘‘हम भारत के दो अक्तूबर को पेरिस समझौते का हिस्सा बनने की खबर का स्वागत करते हैं।’’ उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि ‘‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जलवायु को लेकर कार्रवाई करने के आपके नेतृत्व के लिए आपको बधाई।’’
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि भारत दो अक्तूबर को पेरिस जलवायु परिवर्तन समझौते का अनुमोदन करेगा। दो अक्तूबर को महात्मा गांधी की जयंती है। उन्होंने केरल के कोझिकोड में भाजपा की राष्ट्रीय परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि ‘‘कोप 21 (कांफ्रेंस ऑफ पार्टीज) में एक काम बचा हुआ है। अनुमोदन होना बाकी है और भारत का ऐसा करना बाकी है। आज दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर मै घोषणा करता हूं कि भारत महत्मा गांधी की जयंती दो अक्तूबर को फैसलों को अनुमोदित कर देगा।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस दिन (अगला रविवार) को इसलिए चुना, क्योंकि महात्मा गांधी का जीवन न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन का उदाहरण है। पिछले दिसंबर में पेरिस जलवायु बैठक के दौरान 190 से अधिक देशों ने ग्लोबल वॉर्मिंग पर लगाम लगाने के लिए महत्वाकांक्षी सीमा का लक्ष्य तय करने पर सहमति व्यक्त की थी।
पेरिस समझौता के लागू होने के लिए ऐसे कम से कम 55 देशों से इसके अनुमोदन की जरूरत है जो कुल 55 प्रतिशत ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन के जिम्मेदार हैं। सीओपी 21 के निर्णय के अनुमोदन की जरूरत की चर्चा करते हुए मोदी ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण कई तटीय देशों और शहरों पर खतरा मंडरा रहा है। यहां तक कि केरल का यह इलाका भी एक तटीय क्षेत्र है।