मध्य एशियाई देश उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति इस्लाम कारिमोव की शुक्रवार सुबह मौत हो गई। इस्लाम कारिमोव 78 साल के थे। बताया जा रहा है कि 30 अगस्त को उन्हें ब्रेन हैमरेज हुआ था। जिसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती कराया गया। दो दिन तक जिंदगी से जूझने के बाद आखिरकार उनकी मौत हो गई। इस्लाम कारिमोव की मौत के बाद उज्बेकिस्तान में शोक की लहर है। उनके प्रशंसकों के लिए ये घटना काफी दर्दभरी है।
दो दिन पहले ही उनकी छोटी बेटी लोला कारिमोवा तिल्याएवा ने उनके ब्रेन हैमरेज की खबर सोशल मीडिया पर दी थी। उन्होंने लिखा था,‘मेरे पिता को सेरेब्रल हैमरेज के कारण शनिवार को आईसीयू में भर्ती करवाया गया है। उनकी सेहत में सुधार है लेकिन आप उनके लिए दुआ करें।’ लोला कारिमोवा यूनेस्को में उज्बेकिस्तान की राजदूत हैं।
हालांकि उन्हें ब्रेन हैमरेज क्यों हुआ इसका कोई कारण नहीं बताया गया है। कारिमोव 1991 में उज्बेकिस्तान के सोवियत संघ से अलग होने के बाद से ही देश के राष्ट्रपति हैं। मीडिया पर सरकारी अंकुश रहने के कारण कारिमोव के स्वास्थ्य के बारे में अधिकृत जानकारी बाहर नहीं आती।
कारिमोव का कोई घोषित उत्तराधिकारी नहीं थे। पहले उनकी बड़ी बेटी गुलनारा कारिमोवा को उत्तराधिकारी माना जाता था, लेकिन अफसरों और सरकार की आलोचना करने के कारण उन्हें 2014 में गिरफ्तार कर लिया गया था। तिल्याएवा पेरिस में रहती हैं। उन्होंने 2013 में कहा था कि उन्होंने गुलनारा से 12 साल से बात नहीं की है।