कश्मीर मुद्दे का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने के प्रयासो में लगे पाकिस्तान ने एक महीने के भीतर दूसरी बार यूएन महासचिव बान की मून को चिट्ठी लिखी। जिस पर शुक्रवार को भारत ने करारा पलटवार कर, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा है कि अगर मानवाधिकारों का सरेआम किये जा रहे उल्लंघनों के खिलाफ आवाज उठाना और लोगों के अधिकारों के हित में बोलना गलत है तो भारत ऐसा करता रहेगा।
विकास स्वरूप ने कहा है कि सबसे बड़ा उल्लंघन तो पाकिस्तान सीमा पार से आतंकवाद को बढ़ावा देकर करता है। बेहतर हो पाकिस्तान इस पर कदम उठाए। नवाज ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव वान की मून को दूसरी बार चिट्ठी लिख पीएम मोदी पर निशाना साधा। शरीफ ने चिट्ठी में लिखा है कि प्रधानमंत्री मोदी का पाक अधिकृत कश्मीर और बलूचिस्तान पर दिया बयान बिल्कुल गलत और संयुक्त राष्ट्र के चार्टर के खिलाफ है।
आपको बता दे कि स्वरूप ने आगे कहा कि आपत्ति जताते हुए कहा कि वो जितनी चाहें उतनी चिट्ठियां लिख लें इससे सच्चाई नहीं बदल जाएगी। वास्तविकता यही है कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्से पर पाकिस्तान का गैरकानूनी तथा जबरन कब्जा है।