डॉनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने पूरे रमजान में एक भी इफ्तार पार्टी नहीं दी। पहली बार ऐसा हुआ है जब व्हाइट हाउस ने रमजान के दौरान इफ्तार पार्टी का आयोजन नहीं किया। इससे पहले बिल क्लिंटन, जॉर्ज बुश और बराक ओबामा के कार्यकाल में हर साल इस परंपरा को निभाया जाता था। व्हाइट हाउस के अधिकारी महीनों पहले से इफ्तार पार्टी के आयोजन की तैयारियों में जुटे रहते हैं। 2017 में यह परंपरा टूट गई।
1805 में राष्ट्रपति थॉमस जेफरसन के समय वाइट हाउस ने पहली बार रमजान में इफ्तार का आयोजन किया था, लेकिन साल 1996 से वाइट हाउस ने इफ्तार देने की सालाना परंपरा शुरू की। इसकी शुरुआत बिल क्लिंटन के कार्यकाल में हुई और उनकी पत्नी व पिछले चुनाव में डेमोक्रैटिक पार्टी की उम्मीदवार रहीं हिलरी क्लिंटन ने ही सबसे पहले इसकी पहल की थी। दिसंबर 1805 में उन्होंने ट्यूनीशिया के राजदूत के लिए वाइट हाउस में एक इफ्तार दावत का आयोजन किया था। उस समय अमेरिका और ट्यूनीशिया के बीच संघर्ष चल रहा था, लेकिन इसके बावजूद जेफरसन द्वारा दी गई यह इफ्तार पार्टी आज भी याद की जाती है। जेफरसन द्वारा ट्यूनीशिया के राजदूत को भेजे गए निमंत्रण पत्र में लिखा था, ‘शाम के वक्त खाना मेज पर लगा होगा। विनती है कि आप इस निमंत्रण का जवाब दें।’
वाइट हाउस ने शनिवार देर शाम एक बयान जारी कर कहा, ‘अमेरिका में रहने वाले मुसलमानों ने भी दुनिया के बाकी हिस्सों में रहने वाले मुस्लिमों की तरह रमजान का महीना अपने मजहब में दी गई सीख पर अमल करने और दानपुण्य के काम करने में बिताया। अब जब कि वे अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ ईद मनाएंगे, तो वह अपने पड़ोसियों और समाज के बाकी वर्गों के साथ खाना बांटने की अपनी परंपरा का भी पालन करेंगे।’ बयान में आगे कहा गया है, ‘इस साल ईद पर एक बार फिर हम दया, सहानुभूति और अच्छे व्यवहार के महत्व को याद करेंगे। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका इन मूल्यों के सम्मान के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताता है। ईद मुबारक।’