भूकंप के झटकों से हिला हिमाचल, दिल्ली-NCR पर भी मंडरा रहा खतरा

0

पिछले कुछ दिनों से दुनियाभर नें अलग-अलग जगहों पर भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं। इटली में भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। वहीं पिछले एक हफ्ते में भारत में भी कई शहरों में भूकंप ने  हिलाया। शनिवार सुबह करीब पौने सात बजे हिमाचल प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए गए। एक के बाद एक आए तीन भूकंपों ने लोगों में दहशत फैला दी है। भारतीय भूकंप केंद्र के मुताबिक भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.6 आंकी गई। जबकि तीनों बार भूकंप का एक ही केन्द्र रहा। भूकंप का केंद्र हिमाचल का कुल्लू जिले में बताया गया। भूकंप को कुल्लू, मनाली, रामपुर, शिमला में महसूस किया गया।

इसे भी पढ़िए :  दिल्ली-NCR में महसूस किए गए भूकंप के झटके, तीव्रता 4.1

तीन बार लगे भूकंप के झटके

पहला झटका -सुबह 6 बजकर 44 मिनट 32 सेकेंड पर भूकंप का पहला झटका

दूसरा झटका –  तकरीबन 21 मिनट बाद दूसरी झटका 7 बजकर 5 मिनट पर आया

तीसरा झटका- तीसरा झटका शनिवार सुबह ही 9 बजकर 8 मिनट पर आया

इसे भी पढ़िए :  राहुल के बयान पर राजनाथ ने ली चुटकी, कहा- भूकंप आना तो दूर, उनके बोलने से हवा तक नहीं चलती

दिल्ली – एनसीआर में भूकंप का खतरा बढ़ा

भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक दिल्ली और आसपास के इलाकों से कई फॉल्ट होकर गुजरते हैं। इन फॉल्ट लाइनों में से मुख्य है दिल्ली-मुरादाबाद फॉल्ट, दिल्ली-हरिद्वार और सोहना फॉल्ट. फॉल्ट जोन वो इलाके होते हैं, जिनमें चट्टानें अलग-अलग दिशा में मूवमेंट कर रही होती हैं।

इन सभी फॉल्ट लाइनों में 6 के आसपास के परिमाण का भूकंप पैदा करने की क्षमता है। यानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में रिक्टर स्केल पर 6 के परिमाण का भूकंप का केंद्र हो सकता है। लेकिन दिल्ली को स्थानीय स्तर पर आने वाले किसी भूकंप से उतना खतरा नहीं है, जितना हिमालय में आने वाले किसी भीषण भूकंप से। हिमालय के नजदीक होने और बड़ी आबादी का शहर होने की वजह से राजधानी दिल्ली को भूकंप के लिहाज से जोन चार में रखा जाता है। यानी सबसे खतरनाक जोन के बाद का जोन।

इसे भी पढ़िए :  इक्वाडोर के पश्चिमोत्तर तटीय इलाकों में शक्तिशाली भूकंप