बिहार टॉपर घोटाले अब एक नए मोड़ की तरफ है, इस कहानी में एक नया अध्याय जुड़ा है। दरअसल सोमवार की शाम पटना पुलिस ने निगरानी के विशेष अदालत में 32 लोगों के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल कर दिया। सोमवार देर शाम कोतवाली थाने से लोहे की दो बक्सों में बंद घोटाले का कच्चा चिट्ठा चार्जशीट के साथ कोर्ट में पेश किया गया। कुल 25 जब्ती सूची कोर्ट को मुहैया करायी गयी है, जिसके आधार पर घोटाले का आरोप अदालत के सामने पुलिस साबित करेगी। 4124 पेजों की केस डायरी, दो पेजों की चार्जशीट के साथ सभी साक्ष्य निगरानी के विशेष जज राघवेंद्र कुमार सिंह के समक्ष पेश किये गये।
घोटाले के किंगपिन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद, उनकी पत्नी व पूर्व विधायक उषा सिन्हा, बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हरिहरनाथ झा व विशुनदेव राय कॉलेज, भगवानपुर के प्राचार्य अमित कुमार उर्फ बच्चा राय को मुख्य आरोपित बनाया गया है। अन्य 32 आरोपियों में 20 लोक सेवक, चार छात्र व आठ अन्य अभियुक्त हैं। चार हजार 124 पेज के आरोप पत्र में 25 जब्ती सूची के साथ 51 गवाहों की सूची भी पुलिस ने कोर्ट को सौंपी है।
गौरतलब है कि मीडिया में टॉपर्स के बयान देखने के बाद छह जून, 2016 को कोतवाली थाने में बिहार बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह समेत कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया। जांच आगे बढ़ने के बाद इस घोटाले का परदाफाश होता गया और इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी हुई। जिन लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर िकया गया है, उनमें पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह व उनकी पत्नी पूर्व विधायक उषा सिन्हा, वैशाली के वीआर कॉलेज का प्राचार्य अमित कुमार उर्फ बच्चा राय, पूर्व सचिव हरिहर नाथ झा व श्रीनिवास चंद तिवारी, राहुल कुमार, सौरभ श्रेष्ठ, आस्था श्रीवास्तव, रूबी राय, शंभुनाथ दास, संजीव कुमार सुमन, विशेश्वर प्रसाद यादव, रंजीत कुमार मिश्रा, शैल कुमारी, अजित शक्तिमान, संदीप कुमार झा, अनिल कुमार, वीणा कुमारी सिन्हा, प्रभात कुमार जायसवाल, नंदकिशोर यादव, डॉ कुमारी शंकुतला, निशू सिंह, रीता कुमारी, विकास चंद्रा, रामभूषण झा, अजय कुमार सिंह, विनोद चंद्र झा, सुरेंद्र प्रसाद, चंद्रमणि प्रसाद सिंह, अरुण कुमार सिंह, ओमप्रकाश सिन्हा और राहुल राज शािमल हैं।
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इस मामले में स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाई जाएगी। 213 स्कूल-कॉलेजों को गलत तरीके से दी गई मान्यता के मामले में तफ्तीश बाकी है। 32 आरोपितों में से 28 गिरफ्तार हो चुके हैं। इसमें पांच को जमानत भी मिल गई है। लालकेश्वर के दामाद विवेक रंजन सहित चार आरोपित अभी भी फरार हैं। इस मामले में छह जून को कोतवाली थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी।
चार्जशीट के लिए शिक्षक दिवस को चुना गया। शिक्षा माफियाओं को कड़ा संदेश देने के लिए ही पुलिस ने पांच सितंबर को 32 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है। स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिलाई जाएगी।