दिल्ली:
गुजरात में शराब बैन है लेकिन फिर भी यहां लोग जहरीली शराब से मर रहे हैं। वलेरी गांव में कथित तौर पर जहरीली शराब पीने से पिछले तीन दिनों में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है जिसके बाद जिला प्रशासन और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
इन मौतों के बाद, सूरत के कलेक्टर महेंद्र पटेल ने जिला विकास अधिकारी और उनके कर्मचारियों सहित स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम को इस गांव का दौरा करने को कहा है।
कलेक्टर ने बताया, ‘‘पिछले तीन दिनों में वलेरी के कम से नौ लोगों की मौत हुई है। यह जहरीली शराब पीने का अब तक एक संदग्धि मामला ही है क्योंकि प्राथमिक मेडिकल रिपोर्ट में यह जिक्र है कि मिथाइल जैसी कुछ जहरीली चीजों के चलते उनकी मौत हुई है।’’ पटेल ने कहा, ‘‘सही कारण का पता लगाने के लिए हमने मृतकों के विसरा नमूनों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। इस बीच, हमारे डीडीओ और स्वास्थ्य अधिकारियों की एक टीम एहतियाती कदमों के लिए वरेली गई है।’’ सूरत के पुलिस अधीक्षक मयूरसिंह चावडा अपनी टीम के साथ आज मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी।
चावडा ने बताया कि अवैध शराब विक्रेताओं का पता लगाने के लिए इलाके में एक व्यापक तलाशी अभियान शुरू किया गया है।
उन्होंने कहा कि तस्वीर कल तक साफ हो जाएगी।
उन्होंने बताया, ‘‘हमने दुर्घटनावश मौत होने का एक मामला दर्ज किया है। पुलिस निरीक्षक इसकी जांच कर रहे हैं। हम चिकित्सकों से भी संपर्क में है। हमारी टीमें गांव और आसपास के इलाकों में तलाश कर रही है ताकि यह पता लग सके कि अतीत में भी यहां कोई शराब डीलर सक्रिय रहा है ना नहीं।’’
इस मामले पर विपक्ष मे भी सरकार पर हमला बोला है और कहा है कि सरकार गुजरात में शराबबंदी लागू करने में विफल रही है।