दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गए हैं। दिल्ली महिला आयोग में 85 लोगों की नियुक्ति के मामले में धांधली के आरोप में एंटी करप्शन ब्रांच ने सीएम केजरीवाल के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है।
केजरीवाल पर भ्रष्टाचार, विश्वासघात और आपराधिक षड़यंत्र की धाराओं के तहत FIR दर्ज की गई है। मामला दर्ज होने के बाद अरविन्द केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि ‘मेरा कसूर क्या है? पूरी FIR में नहीं बताया कि मेरा क्या रोल है। एक मुख्यमंत्री का नाम डालने से पहले तो 10 बार सोचते होंगे। जांच रिपोर्ट में मेरा नाम नहीं है, लेकिन अपराधियों की सूची में है’ केजरीवाल ने इसके लिए सीधा पीएम को ज़िम्मेदार ठहराया और कहा कि ‘मुख्यमंत्री का नाम ऐसे तो नहीं आता जाहिर है प्रधानमंत्री के इशारे पर हुई है।’
वहीं एसीबी प्रमुख ने कहा है कि ‘बरखा शुक्ला सिंह ने जो शिकायत दी है उसमें केजरीवाल का नाम है। नियम के हिसाब से शिकायत की पूरी कॉपी एफआईआर में तब्दील होती है। लेकिन एसीबी ने जांच की है उसमें केजरीवाल की भूमिका अभी तक नहीं पाई गई, इसलिए वो इस केस में अभी तक आरोपी नहीं हैं।’