दिल्ली:
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल कल से पंजाब की यात्रा शुरू करेंगे और राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं की शिकायतें सुनेंगे। अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं और केजरीवाल का यह दौरा ऐसे वक्त हो रहा है जब वहां प्रदेश संयोजक सुच्चा सिंह छोटेपुर को बख्रास्त किए जाने सहित अन्य मुद्दों को लेकर आम आदमी पार्टी ‘‘संकट’’ का सामना कर रही है।
केजरीवाल ‘‘विद्रोह के बढ़ते श्वर ’’ और महिलाओं के उत्पीड़न के आरोपों के बीच ‘‘टिकट नहीं मिलने से नाराज’’ कार्यकर्ताओं सहित अन्य लोगों से भी मिलेंगे।
आप के पंजाब संयोजक और विधायक जरनैल सिंह ने आज पीटीआई से कहा, ‘‘वह कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों से मिलेंगे। पार्टी से टिकट नहीं मिलने से नाराज लोगों से भी वह मिलेंगे। पार्टी जिसकों भी कोई शिकायत है, वह उसे सुनेंगे।’’ सिंह ने कहा, ‘‘वह कहना चाहते हैं कि वह पंजाब में हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। यदि आपको कोई भी परेशानी या शिकायत है तो, मैं यहां उसे सुनने आया हूं।’’
स्टिंग वीडियो में कथित रूप से धन लेते हुए दिखने के बाद छोटेपुर को प्रदेश संयोजक के पद से हटा दिया गया। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पार्टी ‘‘संकट’’ का सामना कर रही है और इस पृष्ठभूमि में आप प्रमुख की यह यात्रा काफी महत्वपूर्ण हो गयी है। छोटेपुर आगे की रणनीति पर सुझाव पाने के लिए आजकल ‘पंजाब परिवर्तन यात्रा’ कर रहे हैं और उनका दावा है कि पार्टी के 32 उम्मीदवारों में 25 को कार्यकर्ताओं का कड़े विरोध का सामना करना पड रहा है ।
पंजाब यात्रा के दौरान केजरीवाल आठ से दस सितंबर तक लुधियाना के झांदे गांव में एक पार्टी कार्यकर्ता के घर में रूकेंगे। जहां वह लुधियाना के पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे।
केजरीवाल 11 सितंबर को पटियाला में डॉक्टरों और शिक्षकों के साथ संवाद करेंगे। उसी दिन वह मोगा के भागपुराना में किसानों के लिए पार्टी का चुनावी घोषणापत्र जारी करेंगे।