उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गुज्जर समाज की प्रशंसा करता हुए उन्हें प्राकृतिक धरोहर के सच्चे साथी बताया।दरअसल बुधवार को सीएम हरीश रावत गुज्जर बस्ती गैंडीखाता में वन गुज्जर सम्मेलन को आगमी विधानसभा चुनाव 2017 पर फोकस करते हुये सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने गुज्जर समाज की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि वन गुर्जर जंगल की रखवाली के साथ-साथ खेती और पशुपालन का भी अच्छा कार्य कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन गुर्जरों की समस्याओं का समाधान करने का हर सम्भव प्रयास किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राजाजी नेशनल पार्क में 1610 परिवारों के सत्यापन के लिए वन विभाग को निर्देशिात किया गया है। कहा कि वन क्षेत्र में होने वाले कार्यों में वन गुर्जरों को कार्य करने का मौका मिले इसके लिए उन्हें प्राथमिकता दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि लालढ़ाग क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इस क्षेत्र में आने वाले समय में पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि वन गुर्जरों को चयनित क्षेत्रों में पुनर्वासित किया जायेगा। जिसके लिए सरकार निरन्तर प्रयासरत है। रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में पिछले दो साल में प्रति व्यक्ति आय 84 हजार से बढ़कर एक लाख तिहत्तर हजार हो गई है। देश में तेजी से विकास कर रहे छः राज्यों में उत्तराखण्ड भी शामिल है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक वर्ग के लोगों के लिए विभिन्न योजनाओं से जोड़ा है। उत्तराखण्ड देश में सबसे अधिक प्रकार की पेशन देने वाला राज्य है। महिलाओं के लिए सरकार ने अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई है। वर्तमान में सात लाख 13 हजार लोग विधवा, विकलांग एवं वृद्धावस्था पेंशन ले रहे हैं।
इस अवसर पर अनुपमा रावत,पूर्व विधायक अम्बरीश कुमार, राम विशाल देव, राव अफाक अली, राजेश रस्तोगी, तेलू राम, मोहम्मद ईशा, जितेन्द्र पोखरियाल नूर आलम, जिलाधिकारी हरबंस सिंह चुघ, एस.एस.पी. राजीव स्वरूप आदि उपस्थित थे।