भारत-पाकिस्तान के बीच उरी हमले के बाद से चल रहे टकराव के बाद रूस-पाकिस्तान सैन्य अभ्यास को लेकर ऐसा लग रहा था कि मानो रूस पाकिस्तान का साथ देने की सोच रहा है इस दौरान मतभेद हो गए होंने लगे थे, लेकिन भारत और रूस के रिश्ते की जड़ें बहुत गहरी हैं। जिस का उदाहरण रूस भारत के साथ 1 अरब डॉलर के रक्षा समझौते करके देगा। इसके साथ कई अन्य मुद्दो पर मुहर लगेगी।
रूस भारत को सैन्य अभ्यास के चलते नाराज हुए मनाने के लिए हर संभव कोशिशें कर रहा हैं। पहले रूस ने उरी हमले पर पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई और अब वह भारत के साथ कइ महत्वपूर्ण समझौते करने जा रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन 14 से 17 अक्टूबर के बीच भारत दौरे पर आने वाले हैं। इस दौरान वह ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, चीन, भारत और साउथ अफ्रीका) सम्मेलन में शिरकत करेंगे और साथ ही भारत के साथ 17वें सालाना शिखर सम्मेलन में भी हिस्सा लेंगे।
सूत्रों की जानकारी के मुताबिक गोवा में होने वाले इस शिखर सम्मेलन में भारत-रूस के बीच 30 समझौते बातचीत की टेबल पर होंगे। ऐसी उम्मीद है कि इनमें से कई पर हस्ताक्षर भी हो सकते हैं। भारत-रूस के बीच अतिरिक्त परमाणु संयंत्र, पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान, सैन्य इस्तेमाल के लिए हेलिकॉप्टर्स, आधुनिक मिसाइल, 1 अरब के रक्षा सौदे पर भी मुहर लग सकती है, एयर डिफेंस सिस्टम और हाइड्रो कार्बन सेक्टर में अहम समझौते हो सकते हैं। रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ कई मंत्री भी भारत आ रहे हैं। उनके साथ पुतिन के कई मंत्री भी इस यात्रा में मौजूद रहेंगे।
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