नई दिल्ली। आरएसएस ने मंगलवार(25 अक्टूबर) को कहा कि हिंदू समाज की यह ‘‘इच्छा’’ है कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हो और इस इच्छा को पूरी करने के लिए सभी कानूनी बाधाओं को दूर किया जाना चाहिए।
आरएसएस महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा कि ‘‘हिंदू समाज की इच्छा है कि वहां (अयोध्या) राम मंदिर होना चाहिए। जो भी कानूनी समस्याएं हैं उसका समाधान किए जाने की आवश्यकता है और एक राम मंदिर का निर्माण हो, यही हम सबकी इच्छा है। अभी मामला सुप्रीम कोर्ट के समक्ष लंबित है।’’
जोशी आरएसएस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की तीन दिवसीय बैठक के समाप्त होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर का मुद्दा 30 साल से अधिक समय से है और इसे उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़ना गलत होगा।
जोशी ने कहा कि ‘‘1984 से ही (राम मंदिर के निर्माण के लिए) यह आंदोलन पूरे देश में चल रहा है, इसमें नया कुछ नहीं है। अदालती मामलों की वजह से कुछ विलंब हुआ है।’’ आरएसएस नेता ने कहा कि इलाहाबाद हाई कोर्ट के 2010 के फैसले के बाद अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर के अलावा किसी अन्य ढांचे का निर्माण मुश्किल है।
गौरक्षकों के मुद्दे पर जोशी ने कहा कि आरएसएस लंबे समय से गाय की रक्षा पर जोर दे रही है। उन्होंने कहा कि ‘‘यह भावनात्मक मुद्दा नहीं है, लेकिन यह देश के आर्थिक विकास से जुड़ा हुआ है।’’ जोशी ने कहा कि ‘गो रक्षकों’ को सुरक्षा दी जानी चाहिए।