नेशनल जियोग्राफिक चैनल द्वारा दर्शाया गया एक अफगानी महिला का चेहरा जिसे कई लोगों ने टीवी पर देखा होगा। इसी अफगान महिला को अब गिरफ्तार कर लिया गया है।
नेशनल जियोग्राफिक के फोटोग्राफर स्टीव मैककरी ने 1984 में पेशावर के पास एक शरणार्थी शिविर में बीबी की एक तस्वीर ली थी। यह तस्वीर नेशनल ज्योग्राफिक पत्रिका के जून 1985 के अंक में कवर पेज पर प्रकाशित हुई थी। इसके बाद शरबती बीबी दुनिया भर में ‘अफगान गर्ल’ के रूप में प्रसिद्ध हो गई। उस समय वह करीब 12 साल की थी। ‘डॉन’ अखबार ने कहा कि नेशनल जियोग्राफिक ने उसके जीवन पर एक लघु वृत्तचित्र भी बनाया और उसे ‘मोना लिसा ऑफ अफगान वार’ कहा। एफआईए सूत्रों डॉन को बताया कि बीबी कम्प्यूटरीकृत राष्ट्रीय पहचान पत्र में फर्जीवाड़ा करने के लिए बीबी को उसके घर से गिरफ्तार किया गया था।
एफआईए के एक अधिकारी ने कहा कि जिस अधिकारी ने शरबत बीबी को पहचान पत्र जारी किया, वह सीमा शुल्क विभाग में उपायुक्त के रूप में कार्यरत है और इस मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए उसे पहले ही जमानत मिल चुकी है। बता दें, गत साल राष्ट्रीय डाटाबेस और पंजीकरण प्राधिकरण (एनएडीआरए) ने शरबत बीबी और दो अन्य लोगों को तीन सीएनआईसी जारी किए। इन दोनों को बीबी ने अपना पुत्र होने का दावा किया था।
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