जम्मू कश्मीर के नगरोटा में मंगलवार को आर्मी यूनिट पर हुए आतंकी हमले में 2 अफसर समेत 7 जवान शहीद हो गए। शहीद होने वालों में एक महाराष्ट्र के सोलापुर जिले के रहने वाले मेजर कुणाल गोसावी थे। मेजर कुणाल इस हमले से तीन दिन पहले ही सोलापुर के पंधारपुर स्थित अपने घर से एक महीने की छुट्टी के बाद लौटे थे। 32 साल के कुणाल अपनी पत्नी ऊमा और तीन साल की बेटी उमंग के साथ 26 नवंबर को पंधारपुर से जम्मू आए थे। उन्होंने सोमवार को अपनी ड्यूटी ज्वाइन की थी। कुणाल के परिवार को मंगलवार सुबह एक अधिकारी का फोन आया और उनके शहीद होने की सूचना दी गई।
दुख में डूबे उनके पिता मुन्नागिर गोसावी ने कहा, “बेटे को खो देने का गम है, लेकिन मुझे गर्व है कि मेरा बेटा देश के लिए लड़ते हुए शहीद हुआ। मैं चाहता हूं कि सरकार अब दुश्मन के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़े, ताकि हमें और जवान ना खोने पड़ें।” पत्नी और बेटी के अलावा कुणाल के परिवार में माता-पिता और दो भाई हैं। परिवार की पंधारपुर शहर में दुकानें हैं और पास के गांव में कुछ खेत।