पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा सेना पर की गयी टिप्पणी को अप्रत्यक्ष रूप से गलत बताते हुए कहा कि लोगों को सेना जैसे जिम्मेदार संगठन के खिलाफ आरोप लगाते समय सावधानी बरतनी चाहिए।
भाषा की खबर के अनुसार, ममता ने राज्य के टोल प्लाजा पर सेना की तैनाती को लेकर टिप्पणी की थी। त्रिपाठी ने संवाददाताओं से कहा, ‘लोगों को सेना जैसे जिम्मेदार संगठन के खिलाफ आरोप लगाते समय सावधानी बरतनी चाहिए।’
गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के विधायकों एवं मंत्रियों ने शुक्रवार को राजभवन के बाहर विरोध प्रदर्शन कर टोल प्लाजा से सेना को तत्काल हटाने की मांग की थी लेकिन वे राज्यपाल से नहीं मिल पाए थे क्योंकि वे बाहर गए हुए थे। तृणमूल कांग्रेस के नेता शनिवार को राज्यपाल से मिलेंगे।
टोल प्लाजा पर सैन्यकर्मियों की मौजूदगी से विवाद शुरू हो गया था। ममता ने पूछा था कि यह क्या ‘सैन्य तख्तापलट’ की कोशिश है। केंद्र ने उनकी कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह टिप्पणी उनकी ‘राजनीतिक हताशा’ का परिचायक है। सेना ने उनके आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि उनका यह अभ्यास कोलकाता पुलिस के साथ समन्वय में किया जा रहा है।