सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक ने आज कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री और पार्टी प्रमुख जे जयललिता के निधन के सदमे से 470 लोगों की मौत हो गई। जयललिता की मौत पांच दिसंबर को हो गई थी। पार्टी ने मृतकों के परिवारों के लिए तीन लाख रूपये की मदद की घोषणा की है। पार्टी ने ऐसे 190 लोगों की सूची जारी की है जिनकी मौत सदमे के कारण हुई और कहा है कि सदमे के कारण हुई मौत का आंकड़ा 470 है। पार्टी ने प्रत्येक मृतक के परिवार के लिए तीन लाख रूपये के कल्याण कोष की घोषणा की है। अन्नाद्रमुक ने आज कहा कि अब तक छह लोग आत्महत्या की कोशिश कर चुके हैं। ऐसे चार लोगों का ब्यौरा भी जारी किया है। जयललिता के निधन की खबर सुनने पर आत्महत्या की कोशिश करने वाले एक व्यक्ति और अपनी उंगली काटने वाले एक अन्य व्यक्ति का नाम पार्टी पहले ही बता चुकी है और उनके लिए 50,000 रूपये की मदद की घोषणा कर चुकी है। पार्टी ने आज चार लोगोंं को उनके उपचार के लिए 50,000 रूपये की मदद देने की घोषणा की।
गौरतलब है कि चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती तमिलनाडु की पूर्व सीएम जयललिता का सोमवार रात 11.30 बजे निधन हो गया था। अंतिम दर्शन के लिए उनके पार्थिव शरीर को राजाजी हॉल में रखा गया। जयललिता को अंतिम विदाई देने के लिए लाखों लोग पहुंचे थे। तमिलनाडु कैबिनेट ने 10 दिसंबर को फैसला किया कि वह जयललिता के नाम की सिफारिश ‘भारत रत्न’ सम्मान के लिए करेगी। जयललिता के निधन के बाद मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम की अध्यक्षता में हुई पहली बैठक में कैबिनेट ने संसद परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री की आदमकद प्रतिमा स्थापित करने की सिफारिश केंद्र सरकार से करने का फैसला भी किया।