भारत की तर्ज पर वेनेजुएला सरकार ने भी वहां के सबसे बड़े नोट को बैन करने का फैसला लिया है। यहां के राष्ट्रपति निकालेस मादुरो ने 100 बोलिवर के नोट को बंद करने का ऐलान कर दिया है। जिसके बाद भारत की ही तरह वेनेजुएला में भी बैंकों के बाहर लोगों की लंबी कतारें लगनी शुरू हो गयी हैं। और बैंकों में पुरानी करेंसी जमा करने को परेशान हो गए हैं।
आर्थिक तंगी और महंगाई की मार झेल रही वेनेज़ुएला सरकार ने देश में बड़े मूल्य के नोट की जगह पर उतने ही मूल्य के सिक्के लाने का फैसला किया है। इस दिशा में पहला कदम उठाते हुए वेनेज़ुएला सरकार ने अगले 72 घंटे के भीतर देश से बड़े मूल्य के पुराने नोटों की जगह सिक्कों को जारी करने का आदेश दिया है। रविवार को ही वेनेज़ुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने इसकी घोषणा की। मादुरो ने लगभग एक घंटे तक दिए गए अपने भाषण में इस फैसले का ऐलान करते हुए कहा कि ‘वेनेज़ुएला की 100 बोलिवर करेंसी को बुधवार से बाजार से हटा लिया जाएगा।’ वेनेज़ुएला के लोगों को पुराने नोटों को वहां के सेंट्रल बैंक से बदलना होगा। पुराने नोट को बदलकर नए नोट लेने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है।
निकोलस मादुरो की इस घोषणा के बाद लोगों ने जमकर फैसले का विरोध किया लेकिन मादुरो का कहना है कि कोलंबिया-वेनेज़ुएला सीमा पर होनेवाली तस्करी को रोकने के लिए ये कदम उठाना जरूरी था। उनके अनुसार तस्करों को इतने कम समय में कालेधन को सफ़ेदकरना मुश्किल होगा। वेनेज़ुएला के इस्तेमाल किया जाने वाले 100 बोलिवर के बैंक नोट के मूल्य पिछले कुछ समय में काफी कम दर्ज किया गया है। इतना कि अब इसकी कीमत दो अमरीकी सेंट के बराबर रह गई है।