नई दिल्ली। नोटबंदी का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समर्थन क्या किया, महागठबंधन टूटने की कगार पर आ गया है। नीतीश कुमार का नोटबंदी की तारीफ करना लालू प्रसाद यादव व उनकी पार्टी के कुछ नेताओं को फूटी आंख नही सुहा रहा। यही वजह है कि राजद और जदयू नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौरा जारी है।
शुक्रवार(16 दिसंबर) को रघुवंश प्रसाद सिंह की एक टिप्पणी पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता संजय कुमार सिंह ने कहा कि हमने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव से आग्रह किया है कि मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानबाजी करने से या तो उन्हें (रघुवंश प्रसाद सिंह) रोकें या उन्हें पार्टी से निष्कासित करने सहित अन्य कार्रवाई करें, क्योंकि उनकी टिप्पणी से महागठबंधन पर विपरीत असर हो सकता है।
खबरों के मुताबिक, राजद के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने बिहार के मुख्यमंत्री पर प्रहार करते हुए कथित तौर पर कहा था कि मुख्यमंत्री 17 वर्षों तक भाजपा के साथ रहे और नोटबंदी पर उनके समर्थन से प्रतीत होता है कि वह एनडीए में फिर वापस लौट सकते हैं। इस बयान के बाद राजद और जदयू नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है।