कांग्रेस युवराज राहुल गांधी ने अपने एक बयान से बता दिया कि वो कितने संस्कारी है, और उऩकी क्या सोच है। भले ही लोग अबतक उनके बयानों पर मजाक उड़ाते रहे हों लेकिन राहुल ने ऐसे लोगों को आइना दिखा दिया। कांग्रेस उपाध्यध राहुल गांधी ने सोमवार को यूपी के जौनपुर में रैली को संबोधित किया और नोटबंदी पर मोदी सरकार की जमकर खिंचाई की। लेकिन इससे पहले कि राहिल कुछ बोलना शुरू करते कार्यकर्ता ‘मोदी मुर्दाबाद ‘ के नारे लगाने लगे। इस पर राहुल नाराज हो गए और कहा कि वो (नरेंद्र मोदी) भारत के प्रधानमंत्री हैं, इसलिए ऐसा नारा नहीं लगाना चाहिए। उन्होंंने कहा, ”यह कांग्रेस पार्टी की सभा है और ‘मुर्दाबाद’ शब्द का प्रयोग यहां नहीं होना चाहिए। नरेंद्र मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री हैं। हमारी उनसे राजनैतिक लड़ाई है और हम उन्हें राजनैतिक रूप से ही हराएंगे।”
जनसत्ता की खबर के मुताबिक जौनपुर में राहुल गांधी का पूरा भाषण नरेंद्र मोदी की आलोचना पर केंद्रित रहा। उन्होंने नोटबंदी को ‘गरीबों पर फायर बाम्बिंग’ बताया। उन्होंने कहा, ”केंद्र का निर्णय गरीब, किसानों के खिलाफ है, पीएम ने बिना पूछे 99 प्रतिशत लोगों का खून निकाल लिया।” राहुल ने कहा, ”हिंदुस्तान के चोर होशियार हैं, ये अपने पैसे कैश में नहीं रखते। ये सोने में, रिएलिटी में, जमीनों में, विदेशी बैंकों में रखते हैं। हिंदुस्तान का सिर्फ 6 फीसद काला धन कैश में है। बाकी विदेशी बैंक अकाउंट्स में, रियल एस्टेट, सोने और जमीन में है। अब सवाल उठता है कि नरेंद्र मोदी जी 6 फीसद के पीछे क्यों दौड़े, 94 पर्सेंट के पीछे क्यों नहीं गए। मोदी जी को मालूम है कि ज्यादा से ज्यादा काला धन 1 प्रतिशत लोगों के पास है।”
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