दिल्ली: राजनीतिक पंडित भले ही ये दावा करते हुए आए हैं कि यूपी चुनाव पर नोटबंदी का असर होगा। लेकिन हाल ही में एक सर्वे में यह कथन सिर्फ हवा हवाई ही साबित हो रहा है। सर्वे में निकल कर आया है कि नोटबंदी का यूपी विधानसबा चुनाव में कोई असर नहीं होगा। इस बार विधानसभा चुनाव में बीते चुनावों के मुकाबले दस फीसदी ज्यादा धन खर्च होने की संभावना है। यह खुलासा एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) यूपी इलेक्शन वॉच की सर्वे रिपोर्ट ने किया। रिपोर्ट के मुताबिक, नोटबंदी साल 2017 में होने वाले यूपी विधानसभा चुनाव के खर्च पर बेअसर रहेगी।
नोटबंदी के कारण यूपी विधानसभा चुनाव और अधिक खर्चीला हो जाएंगा और राजनीतिक दलों के उम्मीदवार चुनाव प्रचार में काला धन झोंकने के और नए -नए तरीके अपनाएंगे। ये दावा एक सर्वे में किया गया है। एसोसिएशन फार डेमोकेट्रिक रिफॉर्म (एडीआर) और यूपी इलेक्शन वाच के सर्वे में कहा गया, ‘‘नोटबंदी का चुनाव प्रचार या खर्च पर असर नहीं होगा।’’ सर्वे में 69 फीसदी संभावित प्रत्याशियों और पार्टियों के पदाधिकारियों ने माना कि पिछले चुनाव के मुकाबले इस बार नोटबंदी के कारण चुनाव लड़ना दस फीसदी अधिक महंगा होगा।