यूपी चुनाव में नहीं होगा नोटबंदी का कोई असर, 10% और महंगा होगा चुनाव प्रचार

1
2 of 3
Use your ← → (arrow) keys to browse

इस रिपोर्ट के बारे में एडीआर के मुख्य संयोजक संजय सिंह ने बताया, “संभावित प्रत्याशियों व पार्टी पदाधिकारियों में से 69 फीसदी ने नोटबंदी को चुनावी खर्च पर बेअसर करार दिया, जबकि 65 फीसदी की मानें तो इससे वोटरों की खरीद-फरोख्त पर कोई असर नहीं पड़ेगा। सर्वे में शामिल 80 फीसदी लोगों ने हालांकि माना है कि नोटबंदी से चुनाव प्रचार में काफी कठिनाई होगी।”

इसे भी पढ़िए :  UP चुनाव 2017 : पांचवें चरण में दोपहर 1 बजे तक 38.72 फीसदी मतदान

करीब 65 फीसदी संभावित उम्मीदवारों का कहना है कि अगले विधानसभा चुनाव में मतदाताओं को लुभाने के तौर तरीकों पर कोई असर नहीं होगा जबकि 70 प्रतिशत का मानना था कि वे मतदाताओं को लुभाने के लिए पुराने तरीके ही अपनाएंगे। चुनाव सामग्री बेचने वाले व्यापारियों, इवेन्ट मैनेजर, प्रिंटर और ट्रेवल एजेंटों का कहना है कि प्रचार में दिक्कत होगी। उनमें से 70 प्रतिशत ने माना है कि कारोबार पर प्रतिकूल असर पडा है।

इसे भी पढ़िए :  यूपी में कांग्रेस और सपा के बीच नहीं होगा गठबंधन, बब्बर ने कहा: अफवाह फैला रहा है विपक्ष

संजय ने कहा, “सर्वे में चुनाव सामग्री का कारोबार करने वाले 70 फीसदी व्यापारियों का कहना है कि नोटबंदी के चलते ग्राहक कम हुए हैं। कैशलेस व्यवस्था लागू किए जाने और नंबर एक में भुगतान पर जोर के चलते 60 फीसदी ने माना है कि इससे उनके व्यापार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, जबकि 30 फीसदी का कहना है कि थोड़ा बहुत असर पड़ेगा।”

इसे भी पढ़िए :  मोदी के कुकर्मों के खिलाफ लड़ता रहुंगा- केजरीवाल
2 of 3
Use your ← → (arrow) keys to browse