सर्वे रिपोर्ट पेश करते हुए इसके मुख्य संयोजक संजय सिंह ने कहा कि नोटबंदी के बाद उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर इसके संभावित असर को लेकर विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में सर्वे किया गया। उन्होंने बताया कि सर्वे उत्तर प्रदेश के दस मंडलों झांसी, लखनऊ, बांदा, कानपुर, मेरठ, वाराणसी, गोरखपुर, इलाहाबाद, आगरा और बरेली के 30 विधानसभा क्षेत्रों में किया गया। सिंह का दावा है कि सर्वे के दौरान ये बात सामने आयी है कि काफी तादाद में चुनावी पैसा जनधन खातों में जमा कराया गया है।
उन्होंने कहा, “लखनऊ, कानुपर झांसी सहित यूपी 10 मंडलों की 30 विधानसभा सीटों पर सर्वे में सामने आया कि बड़ी तादाद में चुनावी पैसा जनधन खातों में जमा कराया गया है। प्रत्याशियों व पार्टियों ने नोटबंदी के साथ ही तमाम कालाधन चुनाव के लिए खर्च के रूप में एडवांस में दे दिया है। राजनैतिक दलों और संभावित प्रत्याशियों की गाड़ियां, कीमती सामान और मोबाइल आदि की खरीद भी हो चुकी है।”