अमेरिका में वीजा नियमों में सख्ती के संकेत से भरभराया आईटी सेक्टर, 22 हजार करोड़ का हुआ नुकसान

0
आईटी सेक्टर
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

दिल्ली: अमेरिका ने जैसे ही H-1B वीजा नियमों में सख्ती के संकेत दिए वैसे ही भारतीय आईटी सेक्टर में नुकसान होना शुरू हो गया। अमेरिका में H-1B वीजा नियमों में सख्ती की चिंता के बीच शुक्रवार को आईटी स्टॉक्स में भारी गिरावट देखने को मिली। बिकवाली के दबाव में आईटी स्टॉक्स 4 फीसदी तक गिर गए। बिकवाली के कारण दिग्गज आईटी कंपनियों इन्फोसिस, टीसीएस, विप्रो और एचसीएल टेक का करीब 22 हजार करोड़ रुपये का मार्केट कैप साफ हो गया।

इसे भी पढ़िए :  यूनिटेक पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाया 5 करोड़ का जुर्माना

आपको हम बता दें कि कैलिफोर्निया के दो अमेरिकी सांसद डैरल इसा, स्कॉट पीटर ने H-1B वीजा पर सख्ती के लिए बिल को एक बार फिर से संसद में पेश किया है, जिसके पास होने पर अमेरिका जाने वाले स्किल्ड भारतीय पेशवरों पर खासा असर पड़ सकता है। ‘प्रोटेक्ट ऐंड ग्रो अमेरिकन जॉब्स ऐक्ट’ में H-1B योग्यता में बड़े पैमाने पर फेरबदल किया गया है। बिल में H-1B वीजा वालों की न्यूनतम सैलरी एक लाख डॉलर करने का प्रस्ताव है।

इसे भी पढ़िए :   शुल्क वृद्धि के बावजूद एच1बी, एल1 वीजा की संख्या में कोई गिरावट नहीं: अमेरिका
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse