महाराष्ट्र की राजनीति में एकबार फिर से उथल पुथल है। बीएमसी चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन टूटने के बाद नए राजनीतिक दोस्त बनते दिख रहे हैं। खबर है की ठाकरे भाइयों का फिर से मिलन होने वाला है। इसकी पहल की है एमएनएस चीफ राज ठाकरे ने। राज बीएमसी चुनाव में शिवसेना से गठबंधन के इच्छुक हैं। यह प्रस्ताव लेकर एमएनएस नेता बाला नांदगांवकर रविवार को मातोश्री पहुंचे। हालांकि उद्धव ठाकरे उनसे नहीं मिले और नांदगांवकर उद्धव ठाकरे के निजी सचिव मिलिंद नार्वेकर को राज ठाकरे का संदेश देकर चले गए। इस दौरान मातोश्री में शिवसेना सांसद अनिल देसाई, राहुल शेवाले, मंत्री सुभाष देसाई, विधायक अनिल परब आदि मौजूद थे। इन नेताओं से भी नांदगांवकर ने बात की और राज ठाकरे के प्रस्ताव की जानकारी दी। इन नेताओं ने उद्धव ठाकरे से चर्चा कर जवाब देने की बात कही थी, लेकिन देर रात तक मातोश्री से कोई जवाब एमएनएस नेताओं तक नहीं पहुंचा था।
उत्तर प्रदेश को भले ही राहुल और अखिलेश का साथ पसंद आ रहा है लेकिन बीएमसी में ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है। बीएमसी चुनाव में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन खटाई में पड़ता दिख रहा है। दरअसल, गठबंधन की चल रही बातचीत केवल रस्म अदायगी भर है।
































































